काश
बस युंही पल दो पल का रिश्ता नही होता
दीलो की कहानी में कोई धोका नही होता
जो ना होते यहां तो में भी ना नही होता
किस्मत कि बातें ये सारी सिर्फ किस्मत जाने
हम तो है दीवाने हम सिर्फ दिल की ही माने
हम केहते ही जाते जो तु्मने टोका ना होता
हम थम भी जाते काश तुमने रोका तो होता
प्यार हम भी कर लेते बस तुमने पुछा तो होता
काश मैने भी तुम को उस दिन रोका ना होता
जो कुछ भी कहना था तुम्हे कहने दीया होता
इस प्रेम कहानी का का चर्चा गलीओ में ना होता
ओर आज तुं ना जल रही होती, में दफ्न ना होता
काश के कोम के कुछ लोगो ने हमें नकारा ना होता
तो शायद इस झमाने मे हमारे इश्क का फसाना होता
लेखक मिलिंद महेता
sweet nd touching
ReplyDeleteThanx a ton dear
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